अब असाध्य रोग होंगे कुछ ही दिनों में छूमंतर तप सेवा सुमिरन से

रामचरितमानस आधारित तप सेवा सुमिरन से ही होगी शरीर में व्याप्त रोगों की निष्पत्ति


रामचरितमानस आधारित मानस योग साधना मैं वर्णित अत्यंत गुड सिद्धांतों का सकारात्मक प्रभाव मानव मात्र पर पड़ना स्वाभाविक है . यह साधना क्या है और इसे कैसे किया जाता है इस को सिखाने के लिए एक बार पुनः स्व दर्शन केंद्र नासिक के द्वारा पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है . शिविर का आयोजन नवंबर माह में होगा. कार्यक्रम में विश्व प्रसिद्ध वक्ता डॉ बीवी चौहान साहब उपस्थित रहेंगे जो कि इस शिविर का मुख्य आकर्षण है. ज्ञात रहे की तब सेवा सुमिरन की साधना को पूरेे विश्व मैं जबरदस्त समर्थन मिल रहा है आज 21 करोड़ से ज्यादा लोग साधना को करके अनेक जटिल बीमारियों से मुक्त हो रहे हैं . विश्व के अनेक बड़े बड़े डॉक्टर रामायण के इन सिद्धांतों को जानकर  स्वयं पर प्रयोग कर रहे हैं और सामने आ रहे है परिणामों को  देख कर बेहद रोमांचित और  आश्चर्यचकित भी है .  अधिक जानकारी के लिए सूरज सांवलिया जी से संपर्क किया जा सकता है.